भजन संहिता 97
1 यहोवा राजा हुआ है, पृथ्वी मगन हो;
2 बादल और अंधकार उसके चारों ओर हैं;
3 उसके आगे-आगे आग चलती हुई
4 उसकी बिजलियों से जगत प्रकाशित हुआ,
5 पहाड़ यहोवा के सामने,
6 आकाश ने उसके धर्म की साक्षी दी;
7 जितने खुदी हुई मूर्तियों की उपासना करते
8 सिय्योन सुनकर आनन्दित हुई,
9 क्योंकि हे यहोवा, तू सारी पृथ्वी के ऊपर परमप्रधान है;
10 हे यहोवा के प्रेमियों, बुराई से घृणा करो;
11 धर्मी के लिये ज्योति,
12 हे धर्मियों, यहोवा के कारण आनन्दित हो;
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