भजन संहिता 6
1 हे यहोवा, तू मुझे अपने क्रोध में न डाँट,
2 हे यहोवा, मुझ पर दया कर, क्योंकि मैं कुम्हला गया हूँ;
3 मेरा प्राण भी बहुत खेदित है।
4 लौट आ, हे यहोवा, और मेरे प्राण बचा;
5 क्योंकि मृत्यु के बाद तेरा स्मरण नहीं होता;
6 मैं कराहते-कराहते थक गया;
7 मेरी आँखें शोक से बैठी जाती हैं,
8 हे सब अनर्थकारियों मेरे पास से दूर हो;
9 यहोवा ने मेरा गिड़गिड़ाना सुना है;
10 मेरे सब शत्रु लज्जित होंगे और बहुत ही घबराएँगे;
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