भजन संहिता 59
1 हे मेरे परमेश्वर, मुझ को शत्रुओं से बचा,
2 मुझ को बुराई करनेवालों के हाथ से बचा,
3 क्योंकि देख, वे मेरी घात में लगे हैं;
4 मैं निर्दोष हूँ तो भी वे मुझ से लड़ने को मेरी ओर दौड़ते है;
5 हे सेनाओं के परमेश्वर यहोवा,
6 वे लोग सांझ को लौटकर कुत्ते के समान गुर्राते हैं,
7 देख वे डकारते हैं, उनके मुँह के भीतर तलवारें हैं,
8 परन्तु हे यहोवा, तू उन पर हँसेगा;
9 हे परमेश्वर, मेरे बल, मैं तुझ पर ध्यान दूँगा,
10 परमेश्वर करुणा करता हुआ मुझसे मिलेगा;
11 उन्हें घात न कर, ऐसा न हो कि मेरी प्रजा भूल जाए;
12 वह अपने मुँह के पाप, और होंठों के वचन,
13 जलजलाहट में आकर उनका अन्त कर,
14 वे सांझ को लौटकर कुत्ते के समान गुर्राते,
15 वे टुकड़े के लिये मारे-मारे फिरते,
16 परन्तु मैं तेरी सामर्थ्य का यश गाऊँगा,
17 हे मेरे बल, मैं तेरा भजन गाऊँगा,
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