भजन संहिता 46
1 परमेश्वर हमारा शरणस्थान और बल है,
2 इस कारण हमको कोई भय नहीं चाहे पृथ्वी
3 चाहे समुद्र गरजें और फेन उठाए,
4 एक नदी है जिसकी नहरों से परमेश्वर के
5 परमेश्वर उस नगर के बीच में है, वह कभी
6 जाति-जाति के लोग झल्ला उठे, राज्य-राज्य
7 सेनाओं का यहोवा हमारे संग है;
8 आओ, यहोवा के महाकर्म देखो,
9 वह पृथ्वी की छोर तक लड़ाइयों को मिटाता है;
10 “चुप हो जाओ, और जान लो कि मैं ही परमेश्वर हूँ।
11 सेनाओं का यहोवा हमारे संग है;
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