भजन संहिता 46

1 परमेश्‍वर हमारा शरणस्थान और बल है,

2 इस कारण हमको कोई भय नहीं चाहे पृथ्वी

3 चाहे समुद्र गरजें और फेन उठाए,

4 एक नदी है जिसकी नहरों से परमेश्‍वर के

5 परमेश्‍वर उस नगर के बीच में है, वह कभी

6 जाति-जाति के लोग झल्ला उठे, राज्य-राज्य

7 सेनाओं का यहोवा हमारे संग है;

8 आओ, यहोवा के महाकर्म देखो,

9 वह पृथ्वी की छोर तक लड़ाइयों को मिटाता है;

10 “चुप हो जाओ, और जान लो कि मैं ही परमेश्‍वर हूँ।

11 सेनाओं का यहोवा हमारे संग है;

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हे देश-देश के सब लोगों, तालियाँ बजाओ!

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attribution Bridge Connectivity Solutions Pvt. Ltd., 2019 (ब्रिज कनेक्टिविटी सॉल्यूशंस प्रा. लि., 2019)
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