भजन संहिता 43

1 हे परमेश्‍वर, मेरा न्याय चुका

2 क्योंकि तू मेरा सामर्थी परमेश्‍वर है,

3 अपने प्रकाश और अपनी सच्चाई को भेज;

4 तब मैं परमेश्‍वर की वेदी के पास जाऊँगा,

5 हे मेरे प्राण तू क्यों गिरा जाता है?

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हे परमेश्‍वर, हमने अपने कानों से सुना,

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attribution Bridge Connectivity Solutions Pvt. Ltd., 2019 (ब्रिज कनेक्टिविटी सॉल्यूशंस प्रा. लि., 2019)
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