भजन संहिता 141

1 हे यहोवा, मैंने तुझे पुकारा है; मेरे लिये फुर्ती कर!

2 मेरी प्रार्थना तेरे सामने सुगन्ध धूप,

3 हे यहोवा, मेरे मुँह पर पहरा बैठा,

4 मेरा मन किसी बुरी बात की ओर फिरने न दे;

5 धर्मी मुझ को मारे तो यह करुणा मानी जाएगी,

6 जब उनके न्यायी चट्टान के ऊपर से गिराए गए,

7 जैसे भूमि में हल चलने से ढेले फूटते हैं,

8 परन्तु हे यहोवा प्रभु, मेरी आँखें तेरी ही ओर लगी हैं;

9 मुझे उस फंदे से, जो उन्होंने मेरे लिये लगाया है,

10 दुष्ट लोग अपने जालों में आप ही फँसें,

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मैं यहोवा की दुहाई देता,

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attribution Bridge Connectivity Solutions Pvt. Ltd., 2019 (ब्रिज कनेक्टिविटी सॉल्यूशंस प्रा. लि., 2019)
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