भजन संहिता 130
1 हे यहोवा, मैंने गहरे स्थानों में से तुझको पुकारा है!
2 हे प्रभु, मेरी सुन!
3 हे यहोवा, यदि तू अधर्म के कामों का लेखा ले,
4 परन्तु तू क्षमा करनेवाला है,
5 मैं यहोवा की बाट जोहता हूँ, मैं जी से उसकी बाट जोहता हूँ,
6 पहरूए जितना भोर को चाहते हैं, हाँ,
7 इस्राएल, यहोवा पर आशा लगाए रहे!
8 इस्राएल को उसके सारे अधर्म के कामों से वही छुटकारा देगा।
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