भजन संहिता 129

1 इस्राएल अब यह कहे,

2 मेरे बचपन से वे मुझ को बार-बार क्लेश देते तो आए हैं,

3 हलवाहों ने मेरी पीठ के ऊपर हल चलाया,

4 यहोवा धर्मी है;

5 जितने सिय्योन से बैर रखते हैं,

6 वे छत पर की घास के समान हों,

7 जिससे कोई लवनेवाला अपनी मुट्ठी नहीं भरता,

8 और न आने-जाने वाले यह कहते हैं,

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हे यहोवा, मैंने गहरे स्थानों में से तुझक...

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attribution Bridge Connectivity Solutions Pvt. Ltd., 2019 (ब्रिज कनेक्टिविटी सॉल्यूशंस प्रा. लि., 2019)
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