भजन संहिता 122

1 जब लोगों ने मुझसे कहा, “आओ, हम यहोवा के भवन को चलें,”

2 हे यरूशलेम, तेरे फाटकों के भीतर,

3 हे यरूशलेम, तू ऐसे नगर के समान बना है,

4 वहाँ यहोवा के गोत्र-गोत्र के लोग यहोवा के नाम का धन्यवाद करने को जाते हैं;

5 वहाँ तो न्याय के सिंहासन,

6 यरूशलेम की शान्ति का वरदान माँगो,

7 तेरी शहरपनाह के भीतर शान्ति,

8 अपने भाइयों और संगियों के निमित्त,

9 अपने परमेश्‍वर यहोवा के भवन के निमित्त,

पढ़ना जारी रखें भजन संहिता 123...

हे स्वर्ग में विराजमान

copyright IRV CC BY-SA 4.0
attribution Bridge Connectivity Solutions Pvt. Ltd., 2019 (ब्रिज कनेक्टिविटी सॉल्यूशंस प्रा. लि., 2019)
flag समस्या बताएं
क्लिपबोर्ड पर कॉपी किया गया।