भजन संहिता 11

1 मैं यहोवा में शरण लेता हूँ;

2 क्योंकि देखो, दुष्ट अपना धनुष चढ़ाते हैं,

3 यदि नींवें ढा दी जाएँ

4 यहोवा अपने पवित्र भवन में है;

5 यहोवा धर्मी और दुष्ट दोनों को परखता है,

6 वह दुष्टों पर आग और गन्धक बरसाएगा;

7 क्योंकि यहोवा धर्मी है,

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हे यहोवा बचा ले, क्योंकि एक भी भक्त नहीं...

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attribution Bridge Connectivity Solutions Pvt. Ltd., 2019 (ब्रिज कनेक्टिविटी सॉल्यूशंस प्रा. लि., 2019)
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